बालों का झड़ना (Hair Fall problem) एक आम समस्या बन गई है। इसका जल्द से जल्द इलाज करना बहुत जरूरी होता है। आजकल लोगों की जीवनशैली और खान-पान इतनी बुरी हो गई है कि इसका सीधा असर बालों पर पड़ता है। ऊपर से प्रदूषण और हेयर प्रोडक्ट के केमिकल के कारण भी बालों पर असर पड़ता है, जो बाद में बालों के झड़ने का कारण बन जाता है। आप लोग बालों से झड़ने से संबंधित समस्या के लिए घरेलू नुस्ख़ों (home remedies for hair fall) को आजमा सकते हैं।
बालों का झड़ना क्या है? (What is Hairfall?)
आजकल बालों का झड़ना एक आम समस्या हो गई है। हर दूसरा व्यक्ति इस परेशानी से जूझ रहा है। कई लोगों के बाल समय से पहले इतने झड़ जाते है कि उन्हें हेयर ट्रांसप्लांट करवाकर इलाज (balo ka ilaj) करना पड़ता है। बालों का झड़ना जब थोड़ा-थोड़ा करके बढ़ने लगता है तो गंजेपन की नौबत आ जाती है। सामान्यत 50 से 100 बाल लगभग हर दिन टूटते-झड़ते है यदि इससे ज्यादा बाल झड़ते है तो ये गंजापन का विषय है। गंजेपन की अवस्था आने से पहले बालों का झड़ना रोकने के लिए घरेलू नुस्ख़ों का आजमाने से सही परिणाम मिलता है।
लेकिन क्या आपको पता है कि बालों का झड़ना या गंजापन दो तरह के होते हैं। वैसे तो बाल गिरने की समस्या आम तौर पर 30 साल के बाद से शुरू हो जाती है। पुरुषों में इस समस्या को मेल पैटर्न बॉल्डनेस (male pattern baldness) कहते है।
महिलाओं में (Androgenetic Alopecia) को (female pattern baldness) कहते है इस समस्या से पीड़ित महिलाओं में पूरे सिर के बाल कम हो जाते है पर हेयरलाइन पीछे नहीं हटती। महिलाओं में इसके कारण शायद ही कभी पूरी तरह गंजेपन की समस्या होती है।
बाल झड़ने के कारण (Causes of Hairfall in Hindi)
बाल झड़ने के आम कारण ये हैंः-असंतुलित आहार योजना, गलत जीवनशैली, आनुवांशिकता यानि हेरीडियेटरी, दवाओं के दुष्प्रभाव आदि आदि। चलिये ऐसे और कारणों के बारे में जानते हैं-
- लंबी बीमारी या किसी बड़ी शल्य क्रिया या सर्जरी, गंभीर संक्रमण या इंफेक्शन और शारीरिक तनाव से दो या तीन महीने के बाद बालों का झड़ना एक सामान्य प्रक्रिया है।
- हार्मोन स्तर में आकस्मिक बदलाव के बाद भी ये हो सकता है, विशेषकर स्त्रियों में शिशु को जन्म देने के बाद यह होता है।
- दवाइयों के दुष्प्रभाव के कारण।
- किसी बीमारी के लक्षण के रूप में भी बालों का झड़ना हो सकता है जैसे कि थायरॉयड, सेक्स हार्मोन में असंतुलन या गंभीर पोषाहार समस्या विशेषकर प्रोटीन, जिंक, बायोटीन की कमी। यह कमी खान-पान में परहेज करने वाले और महिलाओं में मासिक धर्म में बहुत ज्यादा रक्तस्राव होने पर होता है।
- सिर की त्वचा में फफूंद से संक्रमण हो जाता है तो बीच-बीच में बाल झड़ते है।
- वंशानुगत गंजापन या वंश में कोई गंजा है तो वह आनुवांशिकता के तौर पर मिल सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार बाल झड़ने के और भी बहुत सारे कारण होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार वात के साथ मिला पित्त रोमकूपों में जाकर बालों को गिरा देता है तथा इसके अनन्तर रक्त के साथ मिला हुआ कफ रोमकूपों को बन्द कर देता है जिससे उस स्थान में दूसरे बाल पैदा नहीं होते है। इसके साथ बाल गिरने का एक कारण नहीं बल्कि कई कारण है,जैसे- नमक का अधिक सेवन करने से गंजापन आ जाता है। और तनाव, संक्रमण, हार्मोन असंतुलन, अपर्याप्त पोषण, विटामिन और पोषक पदार्थो की कमी, दवाओं के दुष्प्रभाव, लापरवाही बरतना या बालें की सही देखभाल न होना, गलत प्रकार के शैम्पू का प्रयोग भी होता है।