हल्द्वानी हिंसा में बाप-बेटे की मौत हुई। मुमताज ने मामले की जांच करने की गुहार लगाई है। बीती आठ फरवरी की रात वनभूलपुरा में प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने गई थी।
Haldwani Violence Update Hindi: हल्द्वानी के वनभूलपुरा में उपद्रव के दौरान गोली लगने से मारे गए 45 वर्षीय जाहिद उर्फ जॉनी की सास मुमताज बेगम ने कर्फ्यू खुलने पर रविवार को बातचीत में आपबीती सुनाई। मुमताज ने बताया कि उनका दामाद जाहिद बच्चों के लिए दूध लेने गए थे, इसी बीच क्षेत्र में हंगामा हो गया।
शोरगुल सुनकर अनस पिता को बुलाने चला गया। देर रात दोनों के शव घर में आए, उन्हें गोली लगी थी। मुमताज ने मामले की जांच करने की गुहार लगाई है। बीती आठ फरवरी की रात वनभूलपुरा में प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में नगर निगम की टीम मलिक के बगीचे से अतिक्रमण हटाने गई थी।
इस बीच यहां पथराव और आगजनी शुरू हो गई। उपद्रवियों ने नगर निगम, पुलिस और मीडिया कर्मियों की गाड़ियां फूंक डालीं। साथ ही वनभूलपुरा थाने में भी आग लगा दी। गफूर बस्ती निवासी मुमताज बेगम ने बताया कि उनके घर के सामने दामद जाहिद उर्फ जॉनी (45) रहते हैं।
उनके तीन बेटे हैं। आठ फरवरी की रात रोजाना की तरह जाहिद बच्चों के लिए दूध लेने घर से निकले थे। इसी बीच क्षेत्र में हंगामा हो गया। शोरगुल सुनकर मोहम्मद अनस (16) पिता को वापस घर बुलाने के लिए निकला, लेकिन दोनों देर रात तक घर नहीं लौटे। रात में बाप-बेटे की लाशें घर पहुंचीं, दोनों को गोली लगी थी।
मुमताज ने बताया कि यह घटना कैसे हुई, उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं है। इसकी जांच होनी चाहिए। रविवार को कर्फ्यू में छूट मिलने के बाद रिश्तेदार घर पहुंचे थे। जाहिद के घर पर मातम का माहौल था। जाहिद की बहन और परिजन रो-रोकर इंसाफ की गुहार लगा रहे थे।