Causes of Weight Loss: आजकल वजन बढ़ने की समस्या से लोग काफी परेशान रहते हैं। वजन कम करने के लिए कई तरह के उपाय आजमाते हैं। वेट लॉस डाइट फॉलो करते हैं, लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि बिना कुछ किए ही आपका वजन कम होने लगता है. बेशक बाहर से आप पूरे फिट नजर आते हों, बवजूद इसके वजन कम होता चला जाता है। आपका खानपान भी हेल्दी हो, लेकिन वजन बढ़ने की बजाय कम ही हो रहा है तो इस स्थिति को भूलकर भी नजरअंदाज ना करें। अचानक वजन कम होने के कई गंभीर कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं किन कारणों से वजन होने लगता है कम।
अचानक वजन कम होने के कारण क्या हैं?
हाइपरथायरायडिज्म
हेल्थलाइन डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, कई बार थायरॉएड ग्लैंड के ओवरएक्टिव होने के कारण वजन कम होने लगता है। ओवरएक्टिव थायरॉएड को हाइपरथायरायडिज्म भी कहते हैं। गर्दन में तितली के शेप में मौजूद ग्लैंड को थायरॉएड ग्लैंड कहा जाता है। यह मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करने में मदद करता है। जब थायरॉएड ग्लैंड बहुत अधिक थायरॉएड हॉर्मोंस का निर्माण करने लगता है, तब हाइपरथायरायडिज्म की समस्या होती है, जिसके परिणामस्वरूप शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं. ये हॉर्मोंस शरीर के कई कार्यों को कंट्रोल करते हैं, जिसमें मेटाबॉलिज्म भी शामिल होता है। यदि आपका थायरॉयड अतिसक्रिय है, तो हेल्दी डाइट लेने के बाद भी कैलोरी जल्दी बर्न होने लगती है। इससे वजन कम हो सकता है।
रूमेटॉएड अर्थराइटिस
यदि आपको रूमेटॉएड अर्थराइटिस की समस्या है तो भी वजन कम होने लगता है। रूमेटॉएड अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून डिजीज है, जिसकी वजह से शरीर की इम्यून सिस्टम ही आपके जोड़ों की परत पर हमला करने लगती है, जिस वजह से इंफ्लेमेशन हो जाता है। क्रोनिक इंफ्लेमेशन मेटाबॉलिज्म को गति दे सकती है, जो वजन कम होने का कारण बन सकता है।
डायबिटीज
डायबिटीज होने पर भी वजन कम होने लगता है। यदि डायबिटीज को कंट्रोल ना किया जाए तो कई अन्य शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं। यदि आपको टाइप 1 डायबिटीज है, तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली आपके पैंक्रियाज में मौजूद इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं पर हमला करने लगती है। इंसुलिन के बिना आपका शरीर ऊर्जा के लिए ग्लूकोज का उपयोग नहीं कर सकता। इससे ब्लड ग्लूकोज लेवल अधिक हो सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आप ब्लड शुगर लेवल की जांच कराते रहें।
डिप्रेशन
कई बार डिप्रेशन, स्ट्रेस, एंजाइटी होने के कारण भी तेजी से वजन कम होने लगता है। डिप्रेशन होने पर व्यक्ति उदास, अकेलापन, खोया-खोया सा एकांत में रहने लगता है। इसमें अत्यधिक खाता है या फिर बिल्कुल भूख नहीं लगती है। डेली एक्टिविटीज भी प्रभावित होती हैं। डिप्रेशन मस्तिष्क के उन हिस्सों को प्रभावित करता है, जो भूख को नियंत्रित करते हैं। इससे भूख नहीं लगती है और आपका वजन कम होने लगता है।
कैंसर
अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, कैंसर होने का सबसे पहला लक्षण और संकेत है, तेजी से वजन कम होना। यह मुख्य रूप से फेफड़ों, पैन्क्रियाज, पेट और ग्रासनली या ग्रसिका (ईसोफैगस) में होने वाले कैंसर में मुख्य रूप से देखा जा सकता है। कैंसर के शुरुआती लक्षणों में बुखार, थकान, दर्द, त्वचा में बदलाव, वजन कम होना, भूख ना लगना आदि शामिल होते हैं। कई बार कैंसर में किसी भी प्रकार के लक्षण नजर नहीं आते हैं।
कई बार हृदय रोग होने से भी वजन कम होने लगता है। कार्डिएक कैचेक्सिया एक तरह की दिल से संबंधित समस्या है, जिसमें शरीर वसा, मांसपेशियों और हड्डियों की बड़ी मात्रा खो देता है। इससे वजन तेजी से कम होने लगता है, जो आमतौर पर अपरिवर्तनीय होता है. इसके अलावा, फेफड़ों से संबंधित समस्या जैसे क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज।
कब जाएं डॉक्टर के पास
आपके शरीर के वजन में उतार-चढ़ाव होना सामान्य है. हालांकि, यदि आपकी डाइट सही है, आप समय पर खा रहे हैं, लेकिन फिर भी वजन कम हो रहा है तो यह ऊपर बताए गए किसी भी गंभीर बीमारी के कारण भी हो सकता है. यदि आपका 6 से 12 महीनों में 5 प्रतिशत वजन घट रहा है तो डॉक्टर से जरूर मिलें.