बनभूलपुरा में 8 फरवरी को एक अवैध मदरसे को तोड़ने पर हिंसा भड़क गई थी, जिसमें स्थानीय लोगों ने पुलिस और नगर निगम की टीम पर पत्थरों और पेट्रोल बमों से हमला कर दिया था, जिसमें 100 से अधिक लोग घायल हो गए।
उत्तराखंड के हलद्वानी के बनभूलपुरा इलाके में कर्फ्यू में और ढील दी गई है। नैनीताल जिला प्रशासन ने रविवार को कहा कि प्रतिबंध अब केवल रात 10 बजे से सुबह 5 बजे के बीच ही रहेंगे। हलद्वानी के बनभूलपुरा में 8 फरवरी को अवैध रूप से बनाए गए एक मदरसे को तोड़ने पर हिंसा भड़क गई थी, जिसमें स्थानीय लोगों ने पुलिस और नगर निगम की टीम पर पत्थरों और पेट्रोल बमों से हमला कर दिया था। इसके चलते कई पुलिस कर्मियों को नजदीकी थाने में शरण लेनी पड़ी थी, जिसे बाद में उग्र भीड़ ने आग लगा दी थी।
पुलिस के मुताबिक, इस हिंसा में 6 दंगाई मारे गए, जबकि पुलिस कर्मियों और मीडियाकर्मियों सहित 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
नैनीताल की डीएम वंदना सिंह द्वारा रविवार को जारी एक आदेश के अनुसार, अब बनभूलपुरा में सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक कर्फ्यू में 17 घंटे की ढील दी जाएगी। अगले आदेश तक रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक ही नाइट कर्फ्यू रहेगा।
इस बीच, बनभूलपुरा हिंसा में नामजद आरोपी अजाज कुरैशी की संपत्ति भी रविवार को कुर्क कर ली गई। पुलिस ने बताया कि वह गोपाल मंदिर के पास नई बस्ती का रहने वाला है। हिंसा के सिलसिले में अब तक 58 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कथित मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसका बेटा अब्दुल मोइद अभी भी फरार हैं।
मलिक ने ही मदरसा बनवाया था और उसके तोड़े का पुरजोर विरोध किया था। उसकी पत्नी साफिया मलिक ने मदरसे को तोड़े जाने से रोकने की मांग करते हुए हाईकोर्ट का रुख किया था, लेकिन उसे कोर्ट से तुरंत कोई राहत नहीं मिल सकी। आरोप है कि मलिक ने 8 फरवरी को बनभूलपुरा में हिंसा भड़काई थी।