फास्ट फूड रेस्टोरेंट का बिजनेस शुरू करने से पहले आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा। जैसे कि मेन्यू का चयन, खाने का दाम आदि आवश्यक चीजों का भी आपको ध्यान रखना होगा। इन छोटी छोटी मगर जरूरी बातों का ध्यान रखकर आप अपने रेस्टोरेंट को अच्छे से चला सकते हैं।
अपने रेस्टोरेंट को शुरू करते वक्त अपने एरिया में सबसे ज्यादा चलने वाले रेस्टोरेंट की मार्केटिंग ट्रिक और उनके खाने, खाने के दाम आदि चीजों के बारे में अच्छे से रिसर्च करें। इससे आपको अपने एरिया की लोगों का स्वाद, उनकी पसंद आज की जानकारी मिलेगी और उसके आधार पर आप अपने रेस्टोरेंट को सबसे अलग और ग्राहकों के हिसाब से सबसे अच्छा बना पाएंगे। आइए जानते हैं फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस शुरू करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें ।
1 – मेन्यू का चयन
अपने रेस्टोरेंट के लिए मेन्यू का चयन करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आपसे आसपास के लोगों को कौन से फ़ास्ट फ़ूड ज्यादा पसंद हैं, किस फ़ास्ट फूड की मांग इस समय मार्केट में ज्यादा है। उसी आधार पर अपने रेस्टोरेंट का मैन्यू सेलेक्ट करें।
रेस्टोरेंट का मेन्यू सिलेक्ट करते वक्त एक और बात ध्यान में रखनी चाहिए कि आपके मैन्यू को सभी प्रकार के लोगों, सभी ऐज ग्रुप के हिसाब से डिजाइन करें। अगर आप के रेस्टोरेंट में कोई बूढ़ा व्यक्ति अपने पोते के साथ आया है तो दोनों के हिसाब से खाने की चीजें आपके मेन्यू में मौजूद होनी चाहिए। इससे आपके ग्राहक बढ़ेंगे और आपके रिपीट कस्टमर भी बढ़ेंगे। अपने रेस्टोरेंट के मेन्यू में खाने के साथ डेजर्ट और ड्रिंक आदि भी रखें।
2 – खाने का स्वाद –
रेस्टोरेंट आदि व्यवसाय तभी अच्छे चलते हैं जब आपके रिपीट कस्टमर्स की संख्या ज्यादा होनी चाहिए। कोई भी कस्टमर आपके रेस्टोरेंट पर दोबारा तभी आएगा, जब उसको आपके यहां का खाना पसंद आएगा। ऐसे में आप अपने फास्ट फूड का स्वाद बाकी जगहों के फ़ास्ट फ़ूड से थोड़ा सा अलग और यूनीक रखें। जो लोगों को पसंद आए और उन्हें दोबारा खाने का मन करे। अच्छे स्वाद के लिए आप खाना बनाने में प्रयोग की जाने वाली अच्छी सामग्री का चुनाव करें।
कभी भी एक्सपायरी डेट के सामान और सड़ी गली सब्जियों का उपयोग न करें। इससे खाने का स्वाद बिगड़ जाता है। अगर आपके रेस्टोरेंट में रिपीट कस्टमर नहीं आएंगे तो आप के रेस्टोरेंट का बिजनेस अच्छे से नहीं चल पाएगा। साथ ही अपने कस्टमर्स का फीडबैक भी जरूर लें। इससे आपको इंप्रूव करने में मदद मिलती है।
3 – अनुभवी और ट्रेन्ड कुक और शेफ –
खाना ऐसा हो कि खाने वाला उंगलिया चाटता रह जाए। अब इतना स्वादिष्ट खाना तो तभी बन पाएगा जब खाने को बनाने वाला बहुत ही ट्रेंड और अनुभवी हो। उसे लोगों के स्वाद का अच्छे से पता होना चाहिए। अपने रेस्टोरेंट के लिए कुक या सेफ का चुनाव करते समय इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें अच्छे से खाना बनाना आता हो। किसी भी ऐसे वैसे व्यक्ति को अपने रेस्टोरेंट में कुक के रूप में कतई न रखें। कोशिश करें कि आप किसी ट्रेंड कुक को अपने रेस्टोरेंट में कुकिंग के लिए नियुक्त करें। आपका कुक जितना अच्छा होगा और ट्रेंड होगा, वह उतना ही अच्छा खाना बना पाएगा।
4 – खूबसूरत इंटीरियर –
जो दिखता है वही बिकता है। व्यवसाय के मामले में यह सिर्फ एक उक्ति नहीं बल्कि सफलता का मूल मंत्र है। जो चीज दिखने में जितनी आकर्षक होगी, उसके खरीददार भी उतनी ही ज्यादा होंगे। किसी भी चीज को पहले हम देखते हैं बाद में उसको प्रयोग करते हैं।
अगर कुछ हमें देखने में नहीं अच्छा लगेगा तो उसे क्यों ही प्रयोग करना चाहेंगे। वैसे ही जब आपका रेस्टोरेंट दिखने में काफी आकर्षक होगा तो लोग वहां पर अपने आप आएंगे। अगर आपके रूम का इंटीरियर बिल्कुल बेकार होगा और वह बाहर से देखने पर लोगों को आकर्षित नहीं करता होगा तो वह वहां पर नहीं आएंगे इसलिए अपने रेस्टोरेंट का इंटीरियर बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक करवाएं। आप रेस्टोरेंट के इंटीरियर डिजाइनिंग के लिए इंटीरियर डिजाइनर से संपर्क कर सकते हैं। आप उनको अपनी रिक्वायरमेंट्स बता दें, उसी हिसाब से आपके रेस्टोरेंट का इंटीरियर कर देंगे।
5 – ताजी चीजों का इस्तेमाल –
अपने रेस्टोरेंट में खाना बनाने में प्रयोग होने वाली वस्तु की अच्छे से जांच अवश्य कर लें। ध्यान रखें कि कभी भी खराब सामान का प्रयोग न करें। हमेशा ताजी सब्जी का ही प्रयोग करें। खराब खाना अगर किसी को नुकसान कर गया तो इसके आपको बहुत बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
इसलिए प्रयोग की जाने वाली सब्जियां आदि की गुणवत्ता की स्वयं जांच करें। 1 हफ्ते से पुरानी सब्जियों का प्रयोग खाना बनाने के लिए बिल्कुल भी न करें। रात का बचा हुआ खाना सुबह ग्राहकों को गर्म करके सर्व न करें। हमेशा ताजा और अच्छा गुणवत्तापूर्ण खाना ही ग्राहकों को परोसे। खाने का स्वाद उसकी गुणवत्ता पर भी निर्भर करता है। अगर आप साड़ी सब्जी से खाना बनाएंगे तो उस खाने का स्वाद बहुत ही बेकार होगा।
साथ ही खाने वालों को भी नुकसान करेगा। इसलिए हमेशा ताजी वस्तुओं का ही प्रयोग करें । खाना बनाते वक्त हाइजीन का भी ध्यान रखें। अच्छे से हाथ साफ करके ही खाना बनाएं । सब्जियों को धुल कर ही प्रयोग में लाएं। खाना बनाते वक्त स्वच्छता से बिल्कुल भी समझौता न करें।
6 – सही दाम –
अपने रेस्टोरेंट में फास्ट फूड आइटम के दाम ऐसे रखें कि उन्हें लोग अफॉर्ड कर सके। अगर आप दाम बहुत ज्यादा रखेंगे तो हो सकता है कि ज्यादा ग्राहक आपकी दुकान पर न आए। इसलिए खाने के दाम ऐसे रखें कि लोग आराम से उनको अफॉर्ड कर सकें। जब आप के दाम रीजनेबल होंगे और खाना स्वादिष्ट होगा तो आप के ग्राहक बार-बार आपके यहाँ आएंगे। साथ ही और लोगों को भी आप के रेस्टोरेंट के बारे में बताएंगे जिससे आपको काफी फायदा होगा।
7 – ग्राहकों से विनम्र व्यवहार –
दोस्तों, कहा जाता है कि आपका व्यवहार आपके व्यक्तित्व को दर्शाता है। हम जितने प्रेम से किस से बोलेंगे आपकी बातों का स् व्यक्ति पर उतना ही ज्यादा असर पड़ेगा। बड़े बुजुर्गों के मुंह से आपने यह काम कहावत तो सुनी होगी कि प्यार से तो आप किसी को जहर भी खिला सकते हैं और बदतमीजी करके आप उसे अच्छा खाना भी नहीं खिला सकते हैं।
इसलिए हमेशा अपने ग्राहकों के साथ काफी विनम्र रूप से पेश आएं। उनके साथ अच्छा व्यवहार करें। अपने कर्मचारियों को भी यह सिखाएं कि वे ग्राहकों के साथ अच्छा व्यवहार करें। अगर किसी ग्राहक को आप के यहां का खाना नहीं पसंद आया और वह आपके सामने आकर खाने की आलोचना कर रहा हो तो आलोचना को सकारात्मक रूप से लें और उनसे कहे कि आप अगली बार से शिकायत का मौका नहीं देंगे।
8 – प्री बुकिंग सुविधा –
अगर आप अपने बिजनेस की अच्छी मार्केटिंग करना चाहते हैं तो आप अपने रेस्टोरेंट में कुछ खास ऑफर्स अपने ग्राहकों को दे सकते हैं। आप अपने ग्राहकों को फ्री बुकिंग की सुविधा दे सकते हैं। अक्सर रात में 8-9 बजे की तरफ रेस्टोरेंट में काफी भीड़ होती है।
लोगों को सीट खाली होने का इंतज़ार करना पड़ता है। ऐसे में आप फ्री बुकिंग की सुविधा देकर ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को आकर्षित कर सकते हैं। ज्यादातर रेस्टोरेंट पहले से सीट बुकिंग करने के लिए कुछ एक्स्ट्रा चार्ज लेते हैं। ऐसे में फ्री बुकिंग की सुविधा देकर आप अपने बिजनेस की अच्छी मर्केटिंग कर पाएंगे। अपने रेस्टोरेंट के एडवरटाइजमेंट में फ्री बुकिंग के बारे में अवश्य बताएं साथ ही अन्य विज्ञापनों में भी इसको हाईलाइट करें। यह तरीका आपके व्यवसाय की अच्छी मार्केटिंग के लिए काफी असरदार साबित होगा।
9 – होम डिलीवरी और सभी तरह कि पेमेंट सुविधा –
आज के समय में होम डिलीवरी का चलन काफी बढ़ा है। सभी रेस्टोरेंट आज के समय में होम डिलीवरी की सुविधा प्रोवाइड कराते हैं। होम डिलीवरी के लिए आप स्विगी और जमेटो जैसी फ़ूड डिलीवरी कम्पनियों से टाई अप कर सकते हैं। अधिकतर रेस्टोरेंट स्विगी और जमेटो पर रजिस्टर्ड होते हैं। स्विगी और जमेटो खाने को रेस्टोरेंट से पिक कर के लोगों के घरों तक डिलीवर करती हैं। खाना ऑर्डर करने के लिए लोग स्विगी, जमेटो की वेबसाइट पर जाते हैं और अपने पसंद का खाना ऑर्डर करते हैं। ये दोनों ही वेबसाइट कस्टमर को पेमेंट के सारे ऑप्शन देती हैं।
अगर कोई कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन चुनना चाहे तो उसके लिए वह ऑप्शन भी होता है। अगर कोई पहले ही ऑनलाइन पेमेंट करना चाहे तो उसे यह ऑप्शन भी मिलता है। आप चाहे तो अपने कस्टमर्स को स्वयं भी फूड डिलीवरी कर सकते हैं। लेकिन स्वयं यह करना काफी महंगा पड़ जाता है। ऐसे में आपको डिलीवरी चार्ज भी ज्यादा लेना पड़ेगा, जिससे आपके खाने का दाम काफी बढ़ जाएगा। इसलिए आप खाने की डिलीवरी के लिए अपने रेस्टोरेंट्स पर जोमैटो या स्विगी पर रजिस्टर कर सकते हैं।
वहां पर ग्राहक आपके रेस्टोरेंट को सर्च करके खाना ऑर्डर कर सकते हैं। अपने रेस्टोरेंट में पेमेंट के सभी ऑप्शन अपने ग्राहकों को मुहैया करवाएं। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह का पेमेंट ऑप्शन अपने ग्राहकों को दें। बहुत बार होता है कि कैश न होने की स्थिति में लोग ऑनलाइन पेमेंट करते हैं। ऐसे में अगर आप अपने ग्राहकों को दोनों प्रकार का पेमेंट ऑप्शन नहीं मुहैया कराएंगे तो फिर इसका असर आप की बिक्री पर पड़ेगा।