25 नैनीताल दर्शनीय स्थल
झीलों से गिरता पारदर्शी जल आपकी आँखों को सुकून देगा। ताज़ी सरसराती हवा जब आपके चहरे को छूकर गुज़रेगी तब आप मन को लुभा लेने वाली ताज़गी का एहसास कर पाऐंगे। आइए चलते है नैनीताल भ्रमण पर जहाँ आपको केवल आनंद और उत्साह मिलेगा वो भी खूब सारी मात्रा में।
1. इको केव गार्डन
झूलते बगीचों एवं संगीतमय फव्वारों के लिए प्रसिद्ध यह गुफा 6 छोटी गुफाओं का मिश्रण है जिन्हें जानवरों के आकार में बनाया गया है। मुख्यतः ये नैनीताल दर्शनीय स्थल इसलिए बनाया गया है ताकि पर्यटकों को हिमालयी वन्यजीवों के प्राकृतिक वास की झलक से परिचय करवाया जाए। आपको अंदर जाने में थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है पर पेट्रोल से जलते लैंप आपको आकर्षित करेंगे। यहाँ की प्रचलित गुफाएँ हैं- टाईगर केव, पैंथर केव, ऐप्स केव, बैट केव और फ्लाईंग फॉक्स केव।
2. नैनी झील
सात अलग-अलग पर्वत की चोटियों से घिरी यह झील कुमाऊँ क्षेत्र की सबसे प्रसिद्ध झील है। अपने खूबसूरत नज़ारों के लिए मशहूर यह नैनीताल दर्शनीय स्थल लोगों के बीच पिकनिक का बहुत प्रचलित स्थान है जहाँ बैठकर आप ढलते सूरज की विलुप्त होती लालिमा को देख पाऐंगे। शाम के वक्त आप ऐसे सौंदर्य पूर्ण वातावरण का गमन भी कर सकते है जहाँ आप झील में विचरण करते बत्तखों को भी देख पाऐंगे। आप झील के पास स्थित नैना देवी मंदिर के दर्शन करके मन को और अधिक शांति भी प्रदान कर सकते हैं।
3. मॉल रोड़
नैनी झील के सहारे बनी यह सड़क मल्लीताल व तल्लीताल को जोड़ती है। यहाँ आपको हर वक्त चहल-पहल का माहौल देखने को मिलेगा। उत्तराखण्डी संस्कृति व पारंपरिक स्वादिष्ट खाने का मिश्रण आपको यहाँ देखने को मिलेगा। खरीदारी के लिए भी यह उपयुक्त स्थान है जहाँ आपको सुंदर गर्म कपड़े आसानी से मिल जाऐंगे। तो फिर देर किस बात की है, आइए और नैनीताल को अपनी सेवा का अवसर दे दीजिए। नैनीताल के दर्शनीय स्थल में अगर आपने इस जगह को छोड़ दिया तो आप ज़रूर पछताऐंगे।
4. स्नो व्यू पॉइन्ट
दूध जैसी बर्फ से ढका हिमालय मन को लुभा लेनेवाला दृश्य आपकी आँखों के सामने ला देगा। इस नैनीताल दर्शनीय स्थल को देखकर आपका मन यकीनन नहीं भर पाएगा इसलिए इस मौका पर आप नैनीताल की फोटो लेना भूल ही नहीं सकते। समुद्र तल से 2270 मीटर ऊँचा यह बिंदु यात्रियों के बीच बेहद लोकप्रिय स्थान है। आपको ऐसा प्रतीत होने लगेगा कि हाथ ऊपर उठाते ही आपकी मुट्ठी में बादल कैद हो गए हों। आपके सामने होंगे ऊँचे बर्फीले पहाड़ और ऊपर होगी बादलों की सफ़ेद चादर, सोचकर ही मन गदगद हो रहा है।
5. टीफिन टॉप
नैनीताल के पर्यटन स्थल में शुमर यह जगह आपको पूरे नैनीताल का दृश्य दिखाएगी। चारों तरफ चीड़, ओक व देवदार से घिरा यह स्थल आपको खुशनुमा व शांति के वातावरण से रूबरू करवाएगा। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो आपको यहाँ भरपूर तसल्ली मिलेगी। तसल्ली भी ऐसी-वैसी नहीं, मन को आनंदमयी करने वाली। तो कोई क्यों यहाँ आना भूल सकता है और वैसे भी अगर आप यहाँ नहीं आए तो आपकी यात्रा अधूरी रह जाएगी। यह भी एक पिकनिक स्थल है और यहाँ कुछ रोमांचक कार्य भी किए जाते हैं जैसै पर्वतारोहण आदि तो आप इसे भूल तो सकते ही नहीं हैं।
6. नैना पीक
2615 मीटर की ऊँचाई के साथ यह नैनीताल की सबसे ऊँची चोटी है जो,सैलानियों के बीच आकर्षण का केंद्र है। साल भर बर्फ की चादर से ढके रहने वाले पहाड़ों को हरियाली युक्त पेड़ों ने घेरा हुआ है। तस्वीरें खींचने के शौकीन रखने वाले लोग यहाँ आकर अपनी इस इच्छा को पूरा कर सकते है। हाईकरों और ट्रैकरों के बीच यह स्थान बहुत प्रसिद्ध है। आप यहाँ अपने मित्रों के साथ या अपने साथी के साथ एक अच्छी छुट्टियाँ मना सकते है। सूर्योदय व सूर्यास्त के खूबसूरत नज़ारें देखने के लिए लोग यहाँ अकसर आते हैं।
7. पं.बल्लभ पंत ज़ू
विभिन्न प्रकार के पशुओं से लिप्त यह स्थान बहुत से जानवरों का निवास स्थान है जैसे-तेंदुआ, पहाड़ी लोमड़ी, भेड़िए, हिरन, हिमालयी काला भालू, सफ़ेद मोर और आदि। बहुत से विलुप्त होते पक्षियों को भी आप यहाँ से वहाँ पंख पसारते नज़र आऐंगे। 2100 मीटर की दूरी में फैला यह स्थान लंबे-लंबे घने पेड़ पशु-पक्षियों को रहने में सहायता करते हैं।
8. नैना देवी मंदिर
कहा जाता है कि इस जगह देवी सती के नेत्र गिरे थे इसलिए इस मंदिर का नाम नैना देवी रखा गया। हिंदुओं के प्रमुख तीर्थस्थलों में इसे भी शामिल किया गया है। यहाँ मौजूद पीपल का पेड़ शताब्दियों से लगा हुआ है जो लोगों में आकर्षण का केंद्र है। आप यहाँ आकर भक्ति में लीन हो सकते हैं। पहले मंदिर तक पहुँचने के लिए पैदल यात्रा करनी पड़ती थी पर अब यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उड़नखटोलों की व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालुओं को मुश्किल का सामना न करना पड़े।
9. ज्योलिकोट
नैनी झील का प्रवेश द्वार कहा जाने वाला यह स्थान मनमोहने वाला नैनीताल दर्शनीय स्थल है। तरोताजा़ फल-फूलों व कई प्रकार की तितलियाँ का निवास स्थान यही है। प्रकृति से प्रेम करने वालों का यहाँ स्वागत है। आप यहाँ आकर रंग-बिरंगी तितलियों की तस्वीरें अपने कैमरे में कैद कर सकते है। बच्चे भी यहाँ आकर खूब लुत्फ़ उठा पाऐंगे और अपने छोटे से अवकाश को यादगार बना पाऐंगे। इन तितलियों की तरह आपका मन भी बेफिक्र होकर झूम उठेगा और आपके मन में खुशी की तरंगें चलने लगेगी।
10. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
हरियाली, शांत वातावरण, पेड़ों से गुज़रती ताज़ी हवा और उनके बीच विलुप्त होते पशु-पक्षी, इन सभी का संगम आपको एक ही स्थान पर और एक ही समय पर मिलेगा। हैरान होने वाली बात बिल्कुल नहीं है क्योंकि यहाँ जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की बात हो रही है। अगर आप अक्टूबर से फरवरी के दौरान यहाँ आते हैं तो आपको यहाँ कुछ अनदेखे पक्षी देखने को मिलेंगे जो आप यहाँ के अलावा और कहीं नहीं देख पाऐंगे। यह सुनहरा अवसर है इसे आसानी से हाथ से जाने मत दीजिए।
11. राजभवन
उत्तर पश्चिम प्रांत के राज्यपाल के लिए निर्मित, यह वर्तमान में उत्तराखंड के राज्यपाल का निवास है और नैनीताल में घूमने के लिए सबसे शानदार स्थानों में से एक है। इसकी गॉथिक शैली की वास्तुकला बकिंघम पैलेस से प्रेरित थी। यह उत्तराखंड का दूसरा राजभवन है और इसमें सुंदर बगीचे हैं, जहां पर्यटक भारी मात्रा में घूमने आते है।
12. भीमताल झील
कई झीलों के बीच भीमताल, नैनीताल के पास घूमने के लिए सबसे शांत स्थानों में से एक है। भीमताल से नैनीताल की दूरी लगभग 24 किमी है, जिसे एक घंटे में तय किया जा सकता है। इसका नाम महाराष्ट्र के महान भीम के नाम पर रखा गया था। झील हरे-भरे पहाड़ों और इसके केंद्र में एक छोटे से द्वीप के बीच खूबसूरती से केंद्रित है। भीमताल प्रकृति के शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। इस क्षेत्र में घूमने के दौरान भीमताल में नौकायन करना न भूलें।
13. बिनायक
नैनीताल आने वाले पर्यटकों के लिए हिमालय में सबसे प्रसिद्ध ट्रैकिंग स्थलों में से एक, बिनायक शानदार ट्रेल्स प्रदान करता है। यदि आप लंबी पैदल यात्रा के शौकीन हैं, तो बिनायक नैनीताल के पास घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है, जहां आप ऊंचे देवदार के पेड़ों के बीच घूम सकते हैं और प्रकृति की खूबसूरत नजारों का आनंद ले सकते हैं।
14. गर्नी हाउस
गर्नी हाउस, नैनीताल जिले में स्थित एक ऐतिहासिक इमारत है और दिसंबर में नैनीताल के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है। अब एक लक्जरी रिज़ॉर्ट, शिकारी-संरक्षणवादी और लेखक जिम कॉर्बेट का यह पूर्व निवास है, यह औपनिवेशिक सौंदर्य, नैनीताल झील के ठीक बगल में स्थित है, जो झील और उसके हरे-भरे परिवेश के शानदार दृश्य पेश करता है।
15. सातताल
2 दिनों में नैनीताल में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक, सातताल झील या सात ताल निचली हिमालय श्रृंखला में स्थित सात मीठे पानी की झीलों का एक परस्पर समूह है। यह उत्तराखंड में नैनीताल जिले के भीमताल शहर के पास स्थित है। वे नैनीताल के पास सबसे शानदार झीलें हैं, जो देवदार और ओक के जंगलों के अविश्वसनीय संयोजन के बीच हिमालय की चोटियों से घिरी हुई हैं और औपनिवेशिक बंगलों और कलात्मक चर्चों से युक्त हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि इस छोटे से शहर को ‘भारत का झील जिला’ भी कहा जाता है।
16. हनुमान गढ़ी
1950 में निर्मित, भगवान हनुमान को समर्पित यह पहाड़ी हिंदू मंदिर सूर्योदय और सूर्यास्त के खूबसूरत दृश्य प्रस्तुत करता है। शीर्ष नैनीताल आकर्षणों में से एक, हनुमान गढ़ी की स्थापना बाबा नीम करौली द्वारा की गई थी, जिसके शीर्ष पर भगवान हनुमान की एक सुंदर मूर्ति है जो दूर से आगंतुकों को आकर्षित करती है। समुद्र तल से 6,401 फीट की ऊंचाई पर स्थित, यहां पर सूर्यास्त का दृश्य शानदार लगता है। इसके अलावा यह यात्रियों के लिए आरामदायक सैर का आनंद लेने के लिए एक आकर्षक जगह है।
17. लैंड्स एंड पिकनिक स्पॉट
लैंड्स एंड नैनीताल जिले के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। लैंड्स एंड, नैनीताल में बारापत्थर के पास स्थित एक दृश्य बिंदु है, जो समुद्र तल से 2118 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह स्थान भव्य खुरपा ताल और मैदानी इलाकों का शानदार दृश्य प्रदान करता है। गाँव की बस्तियों और देवदार के जंगलों से घिरी यह झील ऊपर से अद्भुत दिखती है। जिज्ञासा पैदा करने वाला नाम, ‘लैंड्स एंड’ इस जगह के लिए उपयुक्त है क्योंकि यह मूल रूप से एक चट्टान है। यह स्थान भी नैनीताल में छुट्टियाँ बिताने के लिए आदर्श स्थानों में से एक है।
18. हिमालय व्यू पॉइंट
नैनीताल से सिर्फ 5 किमी की दूरी पर स्थित, हिमालयन व्यू प्वाइंट का आश्चर्यजनक दृश्य कुछ ऐसा है, जिसे आप मिस नहीं कर सकते। यह एक ऐसी जगह है जहां से आप विशाल हिमालय पर्वतमाला को देख सकते हैं। यह नैनीताल के पास घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।
19. खुरपा ताल
खुरपा ताल को नैनीताल और उसके आसपास घूमने के स्थानों की सूची में जरूर होना चाहिए। नैनीताल से सिर्फ 12 किमी दूर, 5500 फीट की ऊंचाई पर स्थित खुरपा ताल उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है। ऊँचे-ऊँचे पेड़ों और नीले पानी की विशेषता वाली यह झील नैनीताल के पास सबसे मनोरम स्थानों में से एक है। खुरपा ताल में मीठे पानी की मछलियाँ बहुतायत में पाई जाती हैं और इसका पानी बिल्कुल साफ है, जिसके कारण यह मछली पकड़ने के लिए भी एक आदर्श स्थान है। यह साफ-सुथरे स्थान नैनीताल में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।
20. कैंची धाम
नैनीताल के किनारे कैंची में स्थित एक धार्मिक तीर्थस्थल, यह नैनीताल के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है और नैनीताल में घूमने के लिए शीर्ष स्थानों में से एक है। यह एक भव्य मंदिर है, जो हनुमान मंदिर के लिए प्रसिद्ध है और हर साल देश भर से हजारों भक्तों को आकर्षित करता है।
21. नौकुचियाताल
नैनीताल में स्थित एक सुरम्य झील, यह 175 फीट गहरी है और नैनीताल की सबसे गहरी झीलों में से एक है, जो हरे-भरे हरियाली और सुंदर इलाके से घिरी हुई है। झील प्राकृतिक सुंदरता से मंत्रमुग्ध होने और प्रकृति के बीच एक दिन बिताने के लिए एक आदर्श स्थान है क्योंकि यह शीर्ष नैनीताल पर्यटन स्थलों में से एक है। यह नैनीताल में कैंपिंग के लिए लोकप्रिय जगह है।
22. सरियातल
सरियाताल नैनीताल के सबसे प्राचीन जल निकायों में से एक है, यह एक छोटी सी झील है जो हरे-भरे हरे और सुरम्य परिदृश्य से घिरी एक सुंदर जलधारा से पोषित होती है। सरियाताल हिमालयन बॉटनिकल गार्डन के लिए भी प्रसिद्ध है, जिसमें देशी पौधों की दुर्लभ प्रजातियों की एक श्रृंखला है। यह भी नैनीताल की प्रसिद्ध जगहों में से एक है जिसे कोई भी मिस नहीं कर सकता।
23. पंगोट और किलबरी पक्षी अभयारण्य
पांगोट और किलबरी पक्षी अभयारण्य भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध पक्षी दर्शन स्थल है। इन क्षेत्रों में निवासी और प्रवासी पक्षियों सहित विभिन्न प्रकार के पक्षी प्रजातियों को देखने के लिए यात्री आते हैं। पांगोट और किलबरी के आवासी जंगल और शांत वातावरण यहाँ पक्षी दर्शन और वन्यजीव फोटोग्राफी के लिए एक उत्कृष्ट स्थल बनाते हैं। यह निश्चित रूप से नैनीताल में देखने के लिए सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है। किलबरी ओक, देवदार और रोडोडेंड्रोन के हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है।
24. कॉर्बेट फॉल्स
कॉरबेट झरना उत्तराखंड, भारत में नैनीताल के पास स्थित एक चित्रस्वरूप झरना है। इसका नाम मशहूर वन्यजीव संरक्षक और लेखक जिम कॉरबेट के नाम पर रखा है। यह झरना हरे-भरे जंगलों से घिरा होता है और यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहाँ के आग्रहक नैसर्गिक सौंदर्य, शीतल और ताजगी वाले पानी और एक शांत वातावरण का आनंद ले सकते हैं। कॉरबेट झरना एक आरामदायक बाहर घूमने और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए एक शानदार स्थल प्रदान करता है और यह प्राकृतिक सौंदर्य के प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए एक खूबसूरत जगह है।
25. रामगढ़
रामगढ़, उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक छोटा सा शहर है। यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जिसे फलों के बाग़, प्राकृतिक सौंदर्य और हिमालय के दृश्य के लिए जाना जाता है। अगर आप नैनीताल में पर्यटकों की भीड़-भाड़ से दूर जाना चाहते हैं तो आपको रामगढ़ की शरण लेनी चाहिए। यह मुक्तेश्वर के रास्ते में पड़ता है जहां आपको औपनिवेशिक काल के पुराने बंगले मिलेंगे। स्वामी रवीन्द्रनाथ टैगोर और नारायण स्वामी जैसे प्रसिद्ध कवियों ने अपने लेखन पर काम करने के लिए यहां शरण ली थी। तो, आप कल्पना कर सकते हैं कि इस जगह का लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।