जैसा कि आप सभी जानते हैं कि फास्ट फूड वह फूड होता है जो हम अपने घर के खाने के अतिरिक्त बाहर खाते हैं और यह पारंपरिक व्यंजन से बिल्कुल हटकर होता है। बड़े हो या बच्चे सब न सिर्फ पसंद इसे बेहद पसंद करते हैं बल्कि बड़े ही चाव से इसे खाते भी हैं।
वैसे तो अधिकतर लोग घर में फास्ट फूड बनाना पसंद नहीं करते है बल्कि उसे बाहर किसी फास्ट फूड रेस्टोरेंट या फिर स्टाल में खाना पसंद करते हैं। हालांकि कई बार कोशिश करने पर भी बाहर जैसा फास्ट फूड घर में नहीं बन पाता या फिर यूं कह लें कि वह फीलिंग वह माहौल नहीं आता जो बाहर किसी फास्ट फूड रेस्टोरेंट में आता है।
कितना अच्छा हो अगर हमारा अपना खुद का फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स हो। आप चाहें तो आप इसके बिजनेस करने के बारे में भी सोच सकते हैं।
क्योंकि यह एक ऐसा बिजनेस है जिसमें जोखिम तो है मगर बहुत अच्छे से और लगन के साथ इस बिजनेस को किया जाए तो प्रॉफिट भी जबरदस्त होगा। मगर फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स बिजनेस शुरू करने से पहले आपको क्षेत्र से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी होना अति आवश्यक है। तभी आप इस क्षेत्र में बिजनेस कर सकते हैं और सफल हो सकते हैं।
फास्ट फूड क्या होता है?
दोस्तों जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है कि फास्ट यानी कि जल्दी से तैयार हो जाने वाले फूड जिसे हम फास्ट फूड कहते हैं। हालांकि यह जंग फूड के तौर पर भी जाना जाता है और यह पारंपरिक व्यंजनों से बिल्कुल हटकर होता है। रेस्टोरेंट और स्ट्रीट फूड स्टॉल में इस तरह के फूड की प्रिपरेशन हमेशा पहले से ही करके रखी जाती है। ताकि ग्राहक के आने के बाद बहुत ज्यादा समय न लगे। वर्तमान समय में इस तरह का फ़ूड बच्चों को बहुत ज्यादा पसंद आता है और वो इन्हे बहुत ज्यादा खाना पसंद करते हैं।
फास्ट फूड की लिस्ट में पिज़्ज़ा, बर्गर,फ्राई, चाउमिन, जैसी चीजें शामिल है जो अधिकतर बच्चों को बहुत ज्यादा पसंद है। इसलिए तो बच्चे इन्हे देखकर ज्यादा देर तक दूर नहीं रह पाते और हमेशा इन्हें खाने कि जिंद करते रहते हैं।
फास्ट फूड का बिजनेस क्या होता है।
दोस्तों जैसा कि हमने आपको पहले ही कहा कि यदि आपको खाने के बारे में अच्छे से पता है और आप इस के शौकीन हैं तो आप फास्ट फूड का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस के अंतर्गत आप फास्ट फूड कॉर्नर स्ट्रीट फूड स्टॉल या फिर बड़े स्तर पर इसका बिजनेस करने के लिए रेस्टोरेंट को खोलना बहुत ही अच्छा विचार है। वर्तमान समय में रेस्टोरेंट्स बिजनेस करना हर तरह से एक फायदे का सौदा है इसके लिए आपको बहुत ज्यादा भागदौड़ करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। बदलते परिवेश में फास्ट फूड का चलन बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। आजकल सभी अपने लाइफ में बहुत ही ज्यादा बिजी है।
फास्ट फूड बिजनेस करने के फायदे
दोस्तों जाहिर है कि हर बिजनेस के अपने कुछ फायदे और कुछ नुकसान होते ही हैं। लेकिन अगर आप गौर से देखें तो आप पाएंगे कि फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस एक ऐसा बेहतरीन बिजनेस प्लान है। जहां पर अगर आप सही प्लानिंग और सही मैनेजमेंट के अंतर्गत काम करते हैं तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। इसके साथ ही इसे कुछ ऐसे बेहतरीन फायदे हैं जिसके बारे में शायद ही आपने ध्यान दिया होगा। तो चलिए हम बताते हैं।
1- एक साथ बहुत सारे कस्टमर अटेंड कर सकते हैं –
अगर आप फास्ट फूड रेस्टोरेंट के क्षेत्र में बिजनेस करते हैं तो आप एक ही समय पर एक साथ बहुत सारे कस्टमर को अटेंड कर सकते है। चूकि फास्ट फूड रेस्टोरेंट में कोई भी फास्ट फूड डिश बहुत ही कम मात्रा में और बहुत जल्दी तैयार हो जाती है। इसलिए एक साथ 10 से 12 कस्टमर को भी हैंडल किया जा सकता है और इससे ज्यादा कस्टमर भी अगर आ जाए तो भी दिक्कत नहीं होती है। क्योंकि सबकी पसंद अलग-अलग होती है।
2 – ढेर सारी वैराइटी –
फास्ट फूड के अंतर्गत बहुत सारी वैराइटीज मिलती है जिससे आप एक ही डिश पर निर्भर नहीं रहते आपके पास मैन्यू में बहुत सारी डिशेस होती है। जो आप अपने कस्टमर के सामने सर्व कर सकते हैं और जिससे आपकी कस्टमर की संख्या हर रोज बढ़ती है।
3 – कम लागत –
फास्ट फूड का बिजनेस कम लागत लगने वाला बिजनेस है। जिस तरह से क़्वीक सर्विस में जल्दी से तैयार होने वाला है उसी तरह इसकी लागत भी कम लगती है। वैसे भी अगर सीजनल सब्जियों और फलों का इस्तेमाल होता है तो आप कम लागत में अपने ग्राहक को डिशेज कि ज्यादा वैरायटी दे पाते हैं।
4 – प्रतिदिन की कमाई पर आधारित –
फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस की सबसे अच्छी बात यह है कि जिसमें आप रोज की अच्छी कमाई कर सकते हैं। बस आपको वैरायटी और फ्लेवर और टेस्ट अच्छा रखना होगा जिसकी वजह से आपके कस्टमर बनते हैं और हर रोज सुनें कुछ कस्टमर ऐड होते चले जाते हैं। जिससे रोज की कमाई भी बढ़ती जाएगी जो खर्च से अलग करके आप रख सकते हैं।
5 – सेलिब्रेशन का हिस्सा –
दोस्तों आजकल लोगों में खास तौर पर युवाओं में फास्ट फूड कोर्ट में बर्थडे और कोई स्पेशल मोमेंट सेलिब्रेट करने का बढ़ा क्रेज है। और अगर यह कॉलेज और स्कूल या फिर किसी कोचिंग सेंटर के पास होता है तो यंगस्टर के लिए वह सेलिब्रेशन का एक अच्छा जगह होता है।
इसीलिए आजकल अधिकतर लोग फास्ट फूड कोर्ट में सेलिब्रेशन करना पसंद करते हैं क्योंकि वहां उनके पसंद का खाना अवेलेबल होता है वह वैराइटीज में चीजें आर्डर करते हैं और दाम भी बहुत ही बजट में होता है। यही मुख्य वजह है कि आजकल फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस बहुत ही तेजी से ग्रुप कर रहा है और अब तो लोग इसके इंटीरियर और फर्नीचर डिजाइनिंग में भी अच्छा खासा इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं।
फ़ास्ट फ़ूड रेस्टोरेंट बिजनेस हेतु आवश्यक दस्तावेज
अगर आप अपना फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो इसके लिए आपको कुछ दस्तावेजों की भी आवश्यकता पड़ेगी। इन आवश्यक दस्तावेजों के बिना आप अपना रेस्टोरेंट नहीं शुरू कर पाएंगे। फास्ट फ़ूड रेस्टोरेंट बिजनेस शुरू करने के लिए आपको कुछ मुख्य दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है। यह दस्तावेज निम्नलिखित हैं –
1. फूड लाइसेंस –
आपको अपना रेस्टोरेंट खोलने के लिए एफएसएसएआई से फूड लाइसेंस प्राप्त करना होगा। एफएसएसएआई के फूड लाइसेंस के बिना आप अपना रेस्टोरेंट नहीं शुरू कर सकते हैं। अगर आप फ़ूड लाइसेंस के बिना अपना रेस्टोरेंट शुरू करते हैं तो आपके ऊपर कानूनी कार्यवाही की जा सकती हैं।
2. हेल्थ लाइसेंस –
आपको अपना रेस्टोरेंट शुरू करने के लिए लोकल म्युनिसिपालिटी से हेल्थ लाइसेंस इश्यू कराना होगा। इस हेल्थ लाइसेंस को जारी कराने के लिए आप अपने एरिया के चेयरमैन से संपर्क कर सकते हैं।
3. सेफ्टी लाइसेंस –
आपको अपने एरिया के पुलिस थाने से एक सेफ्टी लाइसेंस इश्यू कराना होगा। इस लाइसेंस को जारी कराने के लिए आप अपने इलाके के पुलिस अधीक्षक से संपर्क कर सकते हैं। वह आपको बता देंगे कि सेफ्टी लाइसेंस इश्यू कराने के लिए आपको किस तरह आवेदन करना होगा और किन किन दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी।
4. जीएसटी नंबर –
जीएसटी गुड्स एंड सर्विस टैक्स होता है। यह भारत सरकार द्वारा लिया जाता है। आप अपना रेस्टोरेंट खोल रहे हैं तो आपको अपने व्यवसाय का जीएसटी नंबर लेना होगा। जीएसटी नंबर के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऊपर बताए गए इन आवश्यक दस्तावेजों को जारी कराने के लिए आपको अपना आधार कार्ड या वोटर आईडी या पैन कार्ड आदि की फोटो कॉपी आवेदन पत्र के साथ संलग्न करनी होगी।
इसके अलावा आपको अपनी दो पासपोर्ट साइज फोटो तथा अपना निवास प्रमाण पत्र आदि सर्टिफिकेट भी संलग्न करने होंगे। जब आप ऊपर बताए गए लाइसेंस जारी करा लेंगे तो उसके बाद आप अपना व्यवसाय आराम से शुरू कर सकते हैं।
फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस कैसे शुरू करें –
दोस्तों अब तक आप फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस से संबंधित अधिकांश जानकारियों को पढ़ चुके होंगे। अब हम आते हैं मुद्दे कि बात पर यानी फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस को शुरू करने कि मुख्य प्रकिया पर जो कि निम्नलिखित है। –
1. सही जगह का चुनाव –
दोस्तों, फ़ास्ट फ़ूड रेस्टोरेंट खोलने के लिए आपको सही जगह का चुनाव करना होगा। बहुत बार ऐसा होता है कि लोग गलत लोकेशन पर अपना रेस्टोरेंट खोल देते हैं जिसकी वजह से उन्हें घाटे का सामना करना पड़ता है। कई बार तो व्यवसाय को बंद करने तक की नौबत भी आ जाती है। आप सोच रहे होंगे कि यह कैसे पता चलेगा कि कौन सी जगह सही है और कौन सी जगह सही नहीं है ? अपने फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स को खोलने के लिए आप एक ऐसी जगह की तलाश करें जहां पर भीड़ भाड़ होती हो, रात या शाम को लोग उस तरफ टहलने जाते हैं।
कोशिश करें कि आपका रेस्टोरेंट मार्केट के अंदर ही हो। जब आपका रेस्टोरेंट शहर के हॉटस्पॉट पर होगा तो वहां रेस्टोरेंट बहुत अच्छा चलेगा। अपने रेस्टोरेंट को शहर से दूर किसी कम भीड़भाड़ वाले इलाके में बिल्कुल भी न खोलें क्योंकि वहां पर ज्यादा मात्रा में ग्राहक नहीं आएंगे।
जिससे आपको व्यवसाय में नुकसान होगा। साथ ही रेस्टोरेंट खोलते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि जहां पर आप रेस्टोरेंट खोल रहे हैं , उस एरिया में बिजली, पानी आदि की व्यवस्था कैसी है? यदि उस इलाके में बिजली की कटौती होती है तो आप जनरेटर या इनवर्टर की भी व्यवस्था रखें। पानी के लिए आप रेस्टोरेंट में आरो लगवा सकते हैं, ताकि आपके ग्राहकों को साफ पानी मिल सके।
2. सही बिजनेस प्लान –
किसी भी व्यवसाय शुरू करने से पहले उसका एक बिजनेस प्लान बनाया जाता है। बिना प्लानिंग के किया गया काम ज्यादातर सफल नहीं होता है, इसलिए आप पूरी प्लानिंग के साथ ही अपना व्यवसाय शुरू करें।अपने बिजनेस प्लान में आप अपने बिजनेस से संबंधित सभी चीजें को दर्ज करें, जैसे कि बिजनेस शुरू करने में कितनी लागत आएगी, आइटम्स का रेट आप क्या रखेंगे, कर्मचारियों का क्या वेतन होगा, बिजनेस की मार्केटिंग कैसे करेंगे, मार्केटिंग में कितना खर्चा आएगा, आपके रेस्टोरेंट्स की स्पेशियलिटी क्या होगी, फर्नीचर कैसा होगा, रेस्टोरेंट की इंटीरियर डिजाइनिंग कैसी होगी, आप अपने व्यवसाय के लिए क्या लक्ष्य निर्धारित कर रहे हैं, आदि इन सभी बातों को अपने बिजनेस प्लान में अवश्य शामिल करें।
सही जगह का चुनाव करने के बाद सही बिजनेस प्लान बनाना बहुत आवश्यक है। यूं तो बाकी कई सारे बिजनेस में पहले बिजनेस प्लान बनाया जाता है और बाद में जगह आदि का चुनाव किया जाता है। चूंकि आप अपना रेस्टोरेंट खोलना चाहते हैं इसलिए इस व्यवसाय में जगह का चुनाव पहले किया जाता है। बाद में उसी हिसाब से आप अपना बिजनेस प्लान बनाएंगे।
3. दुकान की सजावट –
दोस्तों, रेस्टोरेंट की सजावट यानी कि उसकी इंटीरियर डिजाइनिंग भी बहुत महत्व रखती है। आज के समय में थीम रेस्टोरेंट्स का चलन बढ़ा है। थीम रेस्टोरेंट्स किसी एक थीम पर आधारित होते हैं। आप चाहे तो किसी एक थीम पर अपना रेस्टोरेंट खोल सकते हैं। उस थीम के अनुरूप ही आपके रेस्टोरेंट की इंटीरियर डिजाइनिंग और सजावट होगी। दुकान की सजावट में भी अच्छा खासा खर्चा आता है। एक बार इंटीरियर डिजाइनिंग कराने के बाद आप अगर उस थीम को बदलना चाहेंगे तो उसमें बहुत खर्चा आएगा। इसलिए सोच समझकर ही अपने रेस्टोरेंट की सजावट या इंटीरियर डिजाइनिंग करवाएं।
इसके लिए आप अपने दोस्तों और बिजनेस पार्टनर आने की सलाह ले सकते हैं। दुकान की इंटीरियर डिजाइनिंग कराते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि डिजाइन आप के ग्राहकों को आकर्षित करें, उनको लुभावनी लगे। मान लीजिए आप हमें रेस्टोरेंट्स थीम किसी गेम पर रखना चाहते हैं तो आप अपनी रेस्टोरेंट की इंटीरियर डिजाइनिंग गेम से जुड़ी चीजों से कर सकते हैं। आप उस खेल के पोस्टर, उसके खिलाड़ियों की फोटोज, खेल का सामान आदि चीजों से अपने रेस्टोरेंट्स को सजा सकते हैं।
कई बार आपने देखा होगा कि कुछ रेस्टोरेंट की थीम ग्रामीण अंचल पर आधारित होती है तो उस रेस्टोरेंट के अंदर सब कुछ ग्रामीण परिवेश के जैसा होता है। खाने के बर्तन से लगाकर बैठने के फर्नीचर आदि तक सबकुछ ग्रामीण अंचल जैसा ही होता है। इसलिए आप भी अपने रेस्टोरेंट के लिए एक सही और किफायती इंटीरियर डिजाइनिंग का चुनाव करें।
4. कर्मचारियों का चयन –
दोस्तों, कर्मचारियों का चयन सबसे महत्वपूर्ण कदम है। आप फास्ट फूड रेस्टोरेंट खोल रहे हैं इसलिए ऐसे कर्मचारियों का चयन करें, जिनको फ़ास्ट फ़ूड बनाना आता हो। कर्मचारियों का चयन करते वक्त उनका एक टेस्ट जरूर ले। टेस्ट लेने के बाद ही आप उनको भर्ती करें। इस बात का ध्यान रखें कि हर व्यक्ति एक अच्छा और स्वादिष्ट फास्ट फ़ूड नहीं बना सकता है। अगर आपके पास बजट ज्यादा है तो आप किसी अच्छे सेफ को भी हायर कर सकते हैं। अगर आपका बजट कम है तो आप ऐसे में फास्ट फ़ूड बनाना जानने वाले व्यक्ति को नियुक्त कर सकते हैं।
इस बात का ध्यान रखें कि उसे अच्छा फास्ट फ़ूड को बनाना आता हो। एक दो कुक के अलावा आपको कुछ वेटर भी हायर करने होंगे क्योंकि खाना बनाने वाला खाना सर्व नहीं कर पाएगा। खाना सर्व करने के लिए आपको वेटर की आवश्यकता होगी जो कस्टमर से उनका ऑर्डर ले सके और खाना सर्व कर सके। इसके अलावा आपको एक रिसेप्शनिस्ट की भी जरूरत होगी। रिसेप्शनिस्ट नियुक्त करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि वह बोलने में अच्छी हो यानी कि बातचीत अच्छे से करती हो। इसके अलावा आपको एक गॉर्ड भी हायर करना होगा। गॉर्ड सिक्योरिटी के लिए बहुत जरूरी है। इतने कर्मचारियों के साथ आप अपने रेस्टोरेंट को आराम से शुरू कर सकते हैं।
फास्ट फूड बिजनेस में मार्केटिंग कैसे करें –
दोस्तों फास्ट फूड रेस्टोरेंट बिजनेस के क्षेत्र में मार्केटिंग बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि जब लोग आपके रेस्टोरेंट्स स्टॉल को जानेंगे तभी वह आएंगे और किसी भी बिजनेस का वर्क तभी आगे बढ़ेगा जब उनके अच्छे कस्टमर होंगे। जो कस्टमर प्रतिदिन आने वाले होने चाहिए तो आइए जानते है कि इस क्षेत्र में मार्केटिंग करने के क्या टिप्स होंगे जिन्हें हमें फॉलो करना चाहिए –
1- स्थानीय फ़ूड ब्लॉगर से मिले –
जैसा कि हम सभी देख रहे हैं कि एक बदलते परिवेश में अधिकतर लोग सोशल नेटवर्किंग साइट का इस्तेमाल करते हैं। हम सभी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ब्लॉग को तो देखा ही होगा उन्हें लाइक फॉलो और सब्सक्राइब भी करते हैं।
से में अपने बिजनेस को और आगे बढ़ाने के लिए हम इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चाहे तो किसी फूड ब्लॉगर से भी संपर्क कर सकते हैं फूड ब्लॉगर का मुख्य काम आपके फास्ट फूड रेस्टोरेंट को रेटिंग करना उस जगह पर विजिट करके उसके बारे में लोगों को बताना और आपके यहां के पॉपुलर डिश को टेस्ट कर अपने एक्सपीरियंस को अपने फॉलोअर्स और इनफ्लुएंसर्स के साथ साझा करना होता है। हालांकि आप चाहे तो इसके लिए किसी फूड ब्लॉगर को हायर भी कर सकते हैं और इस पर आपके बिजनेस का बहुत अच्छी तरह से प्रचार भी हो जाएगा।
2- सोशल नेटवर्किंग साइट पर सक्रिय रहे –
जैसा कि अभी हमने बताया कि बहुत सारे ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है जिससे जुड़कर आप अपने बिजनेस को आगे बढ़ा सकते हैं। तो सिर्फ इनसे जुड़ जाने से ही आप आगे नहीं बढ़ जाएंगे, आपको आगे बढ़ने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट पर सक्रिय रहने की आवश्यकता है। हमेशा यह ध्यान देने की आवश्यकता है कि मार्केट में क्या चल रहा है। आपकी स्टॉल, रेस्टोरेंट का जो सबसे फेमस डिश हो या फिर यूं कहें कि जो सिग्नेचर डिश हो उस डिश को बनाकर उसकी फोटो लेकर आप सोशल मीडिया पर अपलोड कर सकते हैं और उसमें अपने आसपास के सभी खाद्य ब्लॉगर को टैग भी कर सकते हैं।
ऐसे में जो लोग आप से जुड़ेंगे वह आपके पेज को लाइक करेंगे फॉलो करेंगे और आपके सब्सक्राइबर भी बढ़ेंगे। आप जो भी बनाए उसकी फोटो या उसके बनाने की तरीके को जरूर अपलोड करें जिससे लोग आपसे जुड़े क्योंकि कोई भी बिजनेस तभी चलता है। जब लोग जुड़ते हैं और लोग आपको जानने लगते हैं और आप से प्रोडक्ट को खरीदने लगते हैं।
3 – पंपलेट और लोगो डिजाइन –
दोस्तों कहते हैं कि कोई भी चीज दिखती है तभी बिकती है। इसलिए आप अपनी फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स का लोगो और पैमप्लेट बी प्रोफेशनल ग्राफिक डिजाइनर से साइन करवाएं और जगह जगह पर पेंपलेट चिपकाए भीड़भाड़ वाले स्थान पर लोगों में बांटे। आपके रेस्टोरेंट का पंपलेट और लोगो इतना आकर्षक होना चाहिए कि वह लोगों के दिमाग में बैठ जाए। आजकल 3D स्टाइल में वीडियोस बनवाए जा रहे हैं जो लोगों का आकर्षण का केंद्र है। उस कुछ सेकंड के वीडियोस में आप का लोगो और आपके फास्ट फूड रेस्टोरेंट्स दुकान या स्टॉल की पूरी डिटेल्स होती है।
वह लोगो ऐसा होता है कि इंसान कुछ देर तक उसके बारे में सोच सके। उस थोड़ी देर के लोगो में वह सब कुछ होना चाहिए जो एक जरूरी पंपलेट में छपा होता है। आपकी दुकान की कुछ फेमस डिश के बारे में भी बताना चाहिए और उसके साथ ही उसके मिनिमम प्राइस को भी निर्धारित कर के कस्टमर को बताएं। जिसे देखकर कस्टमर आकर्षित होगा और आपकी रेस्टोरेंट पर एक बार तो विजिट करेगा ही करेगा और अगर उसे पहली बार मैं आपके डिश और सर्विस पसंद आ गया तो फिर वह बार-बार आएगा। तो दुकान का लोगो और पंपलेट बहुत ही ज्यादा इंपॉर्टेंट होता है। जिससे आपकी दुकान का पहचान और बिक्री दोनों ही बढ़ता है।
4 – एसएमएस और ईमेल मार्केटिंग –
दोस्तों जैसा कि आप सभी ने देखा होगा कि आजकल बड़े बड़े मॉल और रेस्टोरेंट्स भी अपने ऑफर को टेक्स्ट मैसेज और ईमेल के माध्यम से अपने ग्राहकों को बताते हैं। क्योंकि स्मार्ट फोन हर किसी के पास हो ना हो मगर एक नॉर्मल फोन जिसमें सिंपल सा टेक्स्ट मैसेज आता है वह सभी के पास है। इस लिहाज से आपके लिए एसएमएस और ईमेल मार्केटिंग अपने फास्ट फूड रेस्टोरेंट मार्केटिंग का एक बहुत ही बेहतरीन तरीका हो सकता है।